9 सितंबर 2024 को हुई लाइफ और हैल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी बैठक : क्या केंद्र सरकार 18% जीएसटी हटा देगी ?

बीमा ग्राहक भी चाहते हैं कि सरकार जीएसटी हटा दे क्योंकि अतिरिक्त कर से उनका वित्तीय बोझ बढ़ जाता है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी समेत कई लोगों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से टैक्स वापस लेने का आग्रह किया।

5 रु दिन से भी कम की कीमत में अस्पताल में इलाज फ्री व अन्य 10 फ़ायदे : क्या आप जानते हैं ?

व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना बीमाधारक की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु या गंभीर दुर्घटना या चोट लगने की स्थिति…

IRDA का सख़्त निर्देश बीमा कम्पिनियों के लिए : क्या निर्देश पारित हुआ ?

IRDA का कहना है अगर कंपनियां समय सीमा का पालन करने से चूक जाती हैं तो ग्राहक बीमा क्षेत्र के लिए नियुक्त लोकपाल से संपर्क कर सकते हैं। लोकपल के पास बीमा कंपनियों को निर्देश देने का अधिकार है।

ख़तरनाक M-POX वायरस का इलाज MVA-BN वैक्सीन : क्या हैल्थ इंश्योरेंस में कवर है ?

एमपॉक्स के सामान्य लक्षण त्वचा पर लाल चकत्ते या श्लेष्मा घाव हैं कुछ दिनों के बाद, दाने विकसित होने लगेंगे जो 2-4 सप्ताह तक रह सकते हैं, साथ ही बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, कम ऊर्जा और सूजी हुई लिम्फ नोड्स भी हो सकते हैं। इस प्रकार के सभी वायरस के इलाज के लिए हैल्थ इंश्योरेंस में चुने हुए प्लान अनुसार पूरा क्लेम दिया जाता है।

एंटीबयोटिक दवाओं के ज़्यादा सेवन से सेहत पर दुष्प्रभाव

इन्हीं एंटीबयोटिक दवाओं के कारण 2019 में दुनिया भर में 13 लाख़ से अधिक मौतें हुईं। यह आंत में सूजन रोग को बढ़ावा देने के लिए ज़िम्मेदार हैं ।

गंभीर बिमारियों का इलाज महंगा हुआ उपाय है गंभीर बीमारी पॉलिसी : किस कंपनी की लें ?

यदि किसी व्यक्ति के पास क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी है और उस व्यक्ति को कोई गम्भीर बीमारी डाइयग्नोज़ होती है तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति को उसके द्वारा चुने हुए क्रिटिकल इलनेस बीमाकवरराशि के बराबर राशि बीमित व्यक्ति को एकमुश्त दी जाती है।

70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुज़ुर्गों को 5 लाख़ रु तक फ्री हैल्थ इंश्योरेंस

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अशवनी वैष्णव ने बताया की 4.5 करोड़ परिवारों के लगभग 6 करोड़ बुज़ुर्गों को 5 लाख़ तक का मुफ्त इलाज मिलने की उम्मीद है।

ऐसी हैल्थ पॉलिसी जिसके लिए प्रीमियम नहीं देना पड़ेगा,अस्पताल में उपचार भी मिलेगा : किस कंपनी की हैल्थ पॉलिसी है ?

जी हाँ, ऐसी पॉलिसी है जहां आपको अपनी हेल्थ पॉलिसी का प्रीमियम नहीं देना होगा और…

2026 तक भारत का बढ़ता स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र 22,200 करोड़ का होगा : क्या प्रीमियम भी बढ़ेंगे ?

देश का बढ़ता मध्यम वर्ग और बढ़ता आय स्तर इस वृद्धि के मुख्य चालक हैं। बाजार में इस बड़ी वृद्धि का श्रेय व्यापक स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्राप्त करने की बढ़ती मांग को दिया जा सकता है क्योंकि लोगों की वित्तीय स्थिति में सुधार हो रहा है और मध्यम वर्ग का विस्तार हो रहा है।