बीमा से जुड़ी ख़बरें

चाकू या गोली लगने पर हेल्थ इंश्योरेंस कवर करता है या नहीं? जानिए पूरी जानकारी | health insurance

health insurance चाकू या गोली लगने की स्थिति में स्वास्थ्य बीमा के नियम क्या हैं? क्या आपको चाकू या गोली लगने की घटना में इलाज के लिए मेडिकल इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा या आपको यह सारा खर्च अपनी जेब से उठाना होगा?

अगर आपके साथ कोई चाकू या गोली जैसी घटना हो जाती है जैसे बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान के घर में किसी ने घुसकर उन पर चाकू से हमला कर दिया था, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिसके बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई और करीब एक हफ्ते बाद वे घर वापस आ गए।

इसे भी पढ़ें :- नया केयर सुप्रीम हैल्थ इंश्योरेंस प्लान असीमित विशेषताओं साथ

इस दौरान मीडिया रिपोर्ट्स में देखा गया कि सैफ अली खान का करीब एक हफ्ते का बिल 36 लाख रुपये आया। तो क्या आपको इस इलाज के लिए मेडिकल इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा या फिर आपको ये सब अपनी जेब से खर्च करना होगा। चाकू या गोली लगने पर हेल्थ इंश्योरेंस के क्या नियम हैं। आइए आपको विस्तार से बताते हैं।

आप देख रहे हैं वेबसाइट skbimagyan.com

पॉलिसी कवर मिलता है चाकू या गोली लगने पर?

अगर चाकू या गोली की चोट किसी आपराधिक गतिविधि के दौरान लगी है और पुलिस आपके खिलाफ़ मामला दर्ज करती है, तो स्वास्थ्य बीमा कंपनी इसे कवर करने से मना कर सकती है। चाकू या गोली लगने की स्थिति में आपको मेडिकल कवर मिल सकता है, लेकिन यह कुछ शर्तों और परिस्थितियों पर निर्भर करता है।

इसे भी पढ़ें :- मैक्स प्रोटेक्ट हैल्थ प्लान कम प्रीमियम में 1 करोड़ बीमाकवर

ज़्यादातर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में आकस्मिक चोटों के लिए कवर शामिल होता है। अगर चाकू या गोली की चोट दुर्घटना या बाहरी हिंसक घटना के कारण लगी है, तो इसे कवर किया जा सकता है।

आप देख रहे हैं वेबसाइट skbimagyan.com

आप इन बातों का ख्याल रखें

ऐसी घटनाओं में क्लेम के लिए पुलिस रिपोर्ट (FIR) या दूसरे कानूनी दस्तावेज जरूरी हो सकते हैं, इसलिए आपको ये सब संभाल कर रखना चाहिए। इसके अलावा अलग-अलग पॉलिसी कंपनियों के नियम और शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। जब भी आप स्वास्थ्य बीमा लें, तो आपको उसके नियम और शर्तें अच्छी तरह से पढ़ लेनी चाहिए।

इसे भी पढ़ें :- निवा बूपा नया एस्पायर हैल्थ प्लान विशेषकर 35 वर्ष तक आयु के लिए

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी तभी कवर करती है जब चोट लगने की वजह से अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है। आमतौर पर मामूली घावों के इलाज जैसे आउट पेशेंट खर्च पॉलिसी द्वारा कवर नहीं किए जाते हैं। अगर घटना गंभीर चोट में बदल जाती है, तो गंभीर बीमारी कवर या ऐड ऑन भी मददगार हो सकता है।

bimagyan

Recent Posts

अल्टीमेट केयर हैल्थ इंश्योरेंस प्लान प्रीमियम वापसी लाभ के साथ । Ultimate Care Health Insurance Plan

केयर हैल्थ इंश्योरेंस ऐसा स्वास्थ्य बीमा प्रस्तुत करता है जो न केवल आपको चिकित्सा आवश्यकताओं…

2 months ago

Budget 2025 : बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश में उछाल: जानिए इसका असर आप पर क्या होगा

Budget 2025 अबतक विदेशी बीमा कंपनियों को भारतीय कंपनियों के साथ पार्टनरशिप में भारत में…

6 months ago

बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में नई उड़ान: Economic Survey 2025 के चौंकाने वाले आंकड़े

Economic Survey 2025 केंद्रीय वित्‍त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार, 31…

6 months ago

वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य बीमा को अधिक किफायती बनाने के लिए IRDAI की पहल | senior citizens

senior citizens : IRDAI ने पॉलिसीधारकों के हित में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने…

6 months ago

भारतीयों का नया ट्रेंड: जीवन भर की सुरक्षा के लिए शुद्ध सुरक्षा बीमा उत्पादों का चयन | New Trend

New Trend एसबीआई लाइफ की प्रीमियम रिटर्न वाली पॉलिसियों की तुलना में शुद्ध सुरक्षा उत्पादों…

6 months ago

पॉलिसीबाजार का बड़ा कदम: 25% हिस्सेदारी और अस्पतालों के लिए 860 करोड़ रुपये का निवेश | Policybazaar’s big step

Policybazaar's big step पीबी फिनटेक, जो पॉलिसीबाज़ार की मूल कंपनी है, ने पीबी हेल्थकेयर में…

6 months ago