Health insurance सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद उनकी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की जानकारी सामने आई है। इस घटना से साफ है कि किसी भी अप्रत्याशित घटना में हेल्थ इंश्योरेंस कितना जरूरी होता है। अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लिया है तो जरूर लें। निजी कंपनियों के अलावा सरकार की भी हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी कई स्कीम हैं।
सैफ अली खान पर हुए हमले के दो दिन बाद भी वह लीलावती अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि, डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत अब स्थिर है और वह जल्द ही ठीक हो जाएंगेशनिवार को सैफ अली खान के हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी जानकारी सामने आई। शुरुआत में उन्होंने इलाज के लिए इंश्योरेंस कंपनी से 36 लाख रुपये का दावा पेश किया। हालांकि अभी उन्हें 25 लाख रुपये की मंजूरी मिली है।
सैफ अली खान जैसे बड़े स्टार के पास हर सुविधा है, फिर भी उन्होंने हेल्थ इंश्योरेंस लिया हुआ है। इससे यह साबित होता है कि हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ आम आदमी के लिए ही नहीं, बल्कि हर किसी के लिए जरूरी है। ज्यादातर जानकार हर शख्स के लिए हेल्थ इंश्योरेंस की बात करते हैं। निजी कंपनियों के अलावा हेल्थ इंश्योरेंस की कई सरकारी स्कीम भी हैं। इनमें आयुष्मान भारत योजना काफी चर्चित है।
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हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी है ?
आजकल किसी के साथ भी कोई भी अप्रत्याशित घटना हो सकती है। चाहे वो सैफ अली खान हों या कोई आम आदमी। एक्सीडेंट, बीमारी या कोई और मेडिकल इमरजेंसी किसी को भी हो सकती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद अस्पताल का बिल तेजी से बढ़ता है। इस बिल का बोझ मरीज या उनके परिजन पर न पड़े, इसके लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी है।
हेल्थ इंश्योरेंस कितने लाख रुपये का लें?
आपकी उम्र, परिवार के सदस्यों की संख्या और आपकी जीवनशैली के आधार पर हेल्थ इंश्योरेंस की राशि तय होती है। अगर आपके परिवार में आप, आपके पति/पत्नी और दो बच्चे हैं, तो कम से कम 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस होना चाहिए। इसके लिए फैमिली फ्लोटर प्लान बेहतर होता है। इसमें परिवार के सभी सदस्य (खुद, पति/पत्नी और बच्चे) कवर हो जाते हैं। 5 लाख रुपये के हेल्थ इंश्योरेंस का सालाना प्रीमियम 5 हजार रुपये से लेकर 25 हजार रुपये तक हो सकता है।
चर्चित हैल्थ इंश्योरेंस कंपनियां कौन कौन सी हैं ?
इस समय बहुत सारी निजी कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस दे रही हैं। इनमें Niva Bupa, Care Health Insurance, Aditya Birla Health Insurance, Galaxy Health Insurance Company, Star Health Insurance आदि प्रमुख हैं। इनके अलावा आयुष्मान भारत, प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना, कर्मचारी राज्य बीमा योजना आदि सरकारी स्कीम प्रमुख हैं। साथ ही राज्य सरकारें भी हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी योजनाएं देती हैं।
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हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक़्त किन बातों का रखें ध्यान
अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस लेने का प्लान बना रहे हैं तो कई बातें ध्यान में रखनी होंगी। आपको जिस कंपनी का इंश्योरेंस लेना है, उससे ये बातें जरूर पूछें:
इंश्योरेंस में क्या-क्या चीजें कवर होंगी? कौन-कौन सी बीमारियां कवर होंगी और कौन सी नहीं।
पॉलिसी के साथ कंपनियां कुछ एडिशनल कवर भी ऑफर करती हैं। उनके बारे में भी पूछें। थोड़ा-सा प्रीमियम बढ़ाने पर ये कवर मिल जाते हैं।
कुछ इलाज ऐसे होते हैं, जिनके लिए इंश्योरेंस कंपनियां एक खास लिमिट तय कर देती हैं। सम इंश्योर्ड यानी कवर कितना भी बड़ा क्यों न हो, आपको उस इलाज पर तय रकम से ज्यादा नहीं दी जाएगी। इनके बारे में भी पता करें।
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जरूर पूछें कंपनी क्लेम सेटलमेंट
जब आप हेल्थ इंश्योरेंस लेने जाएं तो कंपनी से जरूर पूछें कि उनका क्लेम सेटलमेंट रेशियो क्या है। यानी कंपनी कितने दावों का भुगतान करती है। इस बारे में जितनी ज्यादा जानकारी आप लेंगे, उतना ही आपके लिए अच्छा होगा।। इसके बाद उसकी दूसरी कंपनियों के क्लेम सेटलमेंट से तुलना करें। जिसका क्लेम सेटलमेंट ज्यादा हो, उसे ज्यादा तवज्जो दें।
अपनी कोई भी जानकारी न छिपाएं
हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय आपको कंपनी से कोई भी जानकारी छिपानी नहीं चाहिए। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है, जैसे कि शुगर, बीपी या थायराइड, तो आपको इसके बारे में जरूर बताना चाहिए। अगर कोई ऑपरेशन हुआ है तो उसके बारे में भी बताएं। कोई दवाई खा रहे हैं तो इसका भी जिक्र करें। नहीं तो इलाज के दौरान क्लेम रिजेक्ट हो सकता है। ऐसे में इलाज का खर्चा जेब से देना पड़ता है।
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